11 Types of Protocol in Hindi- प्रोटोकॉल क्या है और इसके प्रकार

protocol in hindi
WhatsApp Group Join Now

आज के इस लेख में प्रोटोकॉल क्या है (What is protocol in Hindi) इसकी प्रकार के बारे में बिस्तार से जानेगे। आपके मन में एक प्रश्न जरूर आ रहा होगा की ये Network में Protocol कहाँ  होते हे जो की कभी नहीं दिखाई देते हे। तो इसे आसान भाषा में कहा जाये तो आपको चलना होता हे तो आप पैर के माध्यम से चलते हे, आपको लिखना हो तो आप हात से लिखेंगे और कुछ साउंड को सुनना हो तो उसे कान के माध्यम से सुनते हे।

उसी प्रकार नेटवर्क में आप बहुत सारे कार्य करते हे। जैसे की इंटरनेट ब्राउज करना, किसी information को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना, Email भेजना, इत्यादि। जैसे आपके शरीर में किसी एक कार्य को करने के लिए उसका सेपरेट अंग होता हे उसी प्रकार नेटवर्क में किसी कार्य करने के लिए एक नियम होता हे। जिसको हम Protocol कहते हे।

नेटवर्क में Protocol के होने के कारण जो information आप दूसरे को भेजते हो वो उसी क्रम में रिसीवर के पास पहुंच पाता हे। प्रोटोकॉल बहुत सारे हे। ये सभी अलग अलग कार्य करने के लिए इस्तेमाल होते हे। तो चलिए बिस्तार से जानते हे की Network Protocol in hindi.

प्रोटोकॉल क्या है (What is protocol in Hindi)

Network Protocol नियमों का एक समूह है। इसका उपयोग करके हम नेटवर्क में एक दूसरे के साथ Communicate करने में सक्षम होते हैं। नेटवर्क में जो भी सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है, वह सभी प्रोटोकॉल के कारण ही संभव है। इसके बिना हम कोई Data transfer नहीं कर पाएंगे, Mail नहीं भेज पाएंगे या नेटवर्क में एक दूसरे के साथ कम्युनिकेट नहीं कर पाएंगे।

किसी भी नेटवर्क में होने बाले डिवाइस कैसे अपने information को दूसरे के साथ साझा करेंगे, जो डाटा लेनदेन करंगे वो किश format में होना चाहिए, और किस तरीके से डाटा transmit होगा ये प्रोटोकॉल तय करता हे।

डाटा ट्रांसमिट करने के लिए sender और receiver दोनों को एक ही प्रोटोकॉल के ऊपर निर्भर करते होते है। जब भी हम कोई वेबसाइट ब्राउज़ करते हैं या इंटरनेट पर कुछ डेटा का आदान-प्रदान करते हैं, तो ये प्रक्रियाएँ नियमों के एक समूह द्वारा नियंत्रित होती हैं जिन्हें network protocol कहते है।

Importance of Network Protocol in Hindi

अगर नेटवर्क में प्रोटोकॉल नहीं होता तो कंप्यूटर या networking devices एक दूसरे से कनेक्ट नहीं हो पाते। अगर ये सभी डिवाइस एक दूसरे से कनेक्ट नहीं होते तो इंटरनेट पर कुछ भी communicate करना संभब नहीं होता।

Network Protocol की उपस्थिति के कारण, स्रोत से गंतव्य तक भेजे जाने वाले डेटा को सुरक्षित रूप से स्थानांतरित किया जाता है। जब हम किसी अन्य डिवाइस को डेटा भेजते हैं, तो यह प्रोटोकॉल की जिम्मेदारी होती है कि वह उसी डेटा को गंतव्य तक सुरक्षित रूप से deliver करे।

नेटवर्किंग प्रोटोकॉल के प्रकार (Types of Protocol in Hindi)

एक computer network में कई सेवाएँ होते हैं और सभी सेवाएँ विभिन्न Protocol द्वारा संचालित होती हैं। इसलिए हमने नीचे कुछ महत्वपूर्ण types of protocol in hindi में बताया है।

TCP (Transmission Control Protocol)

TCP का पुरा नाम  Transmission Control Protocol कहलाता है। यह एक लोकप्रिय संचार प्रोटोकॉल है जो डेटा को पैकेट में अलग करता है जिसे एक नेटवर्क पर वितरित किया जा सके। TCP एक connection-oriented protocol है और end-to-end पैकेट डिलीवरी करता है।

यह Internet Protocol के साथ मिलकर काम करता है। इस प्रोटोकॉल में, डेटा पैकेट गंतव्य पर उसी क्रम में प्राप्त होता है जिस क्रम में उस डाटा पैकेट को भेजा गया होता है। यदि डेटा पैकेट transmission पथ में lost हो जाता है, तो TCP Protocol उस डेटा पैकेट को पुन: regenerate करता है और फिर उसे गंतव्य तक भेजता है।

IP (Internet Protocol)

IP का पूरा नाम Internet Protocol होता है। यह एक Addressing Protocol है। यह हमेशा TCP के साथ प्रयोग किया जाता है। पैकेट का IP address उन्हें विभिन्न नोड्स और नेटवर्क के माध्यम से तब तक रूट करता है जब तक कि यह उनके अंतिम गंतव्य तक नहीं पहुंच जाता। कंप्यूटर नेटवर्क को जोड़ने के लिए TCP/IP शायद सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला standard protocol है।

TCP/IP में टीसीपी पहले डाटा ट्रांसमिट करने के लिए connection establishes करता हे। उसके बाद ही internet protocol का इस्तेमाल करके हम डाटा एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम में शेयर करते हे। ये बाकि सभी प्रोटोकॉल में से एक basic protocol हे।

UDP (User Datagram Protocol)

UDP का फुल फॉर्म User Datagram Protocol है। UDP का उपयोग उन अनुप्रयोगों द्वारा किया जाता है जो आम तौर पर डेटा की एक छोटी राशि संचारित करते हैं। उस छोटे से application को datagram कहा जाता है। इस protocol में यदि स्थानांतरण के दौरान कुछ डेटा पैकेट खो जाता है, तो उसे पुन: regenerate करने की क्षमता नहीं होती है। इसलिए यह Internet Protocol के साथ मिलके डाटा ट्रांसमिट करता हे।

HTTP (Hypertext Transfer Protocol)

HTTP का मतलब Hyper-Text Transfer Protocol है। इसका उपयोग hypertext को दो या दो से अधिक कंप्यूटरों के बीच स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। Hypertext वह टेक्स्ट है जिसे HTML नामक भाषा का उपयोग करके code किया जाता है। HTML कोड का उपयोग links बनाने के लिए किया जाता है। यह लिंक text or graphics जैसे किसी भी format में हो सकता है।

यह प्रोटोकॉल client/server principles पर आधारित है। यह प्रोटोकॉल client को सर्वर के साथ कनेक्शन स्थापित करने और अनुरोध करने की अनुमति देता है। सर्वर क्लाइंट द्वारा शुरू किए गए कनेक्शन को स्वीकार करता है और प्रतिक्रिया वापस भेजता है। यह वेब पेजों पर जानकारी दिखाता है।

HTTP प्रोटोकॉल का उपयोग आमतौर पर डेटा को plain text, hypertext, audio, video, आदि के रूप में transfer करने के लिए किया जा सकता है।

FTP (File Transfer Protocol)

यह प्रोटोकॉल TCP/IP द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक standard protocol है। इंटरनेट पर सभी फाइलों या डेटा को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में transferred and copy किया जा सकता है, यह सब केवल FTP प्रोटोकॉल के जरिए ही संभव है।

इस प्रोटोकॉल के माध्यम से हम इंटरनेट से फाइल download कर सकते हैं और हमारे पास जो फाइल है उसे upload कर सकते हैं। इसलिए नेटवर्क में सभी फाइलों को प्रबंधित करने के लिए एक file server बनाया जाता है।

SMTP (Simple Mail Transfer Protocol)

SMTP का फुल फॉर्म Simple Mail Transfer Protocol है। इस प्रोटोकॉल का उपयोग e-mail addresses के आधार पर अन्य कंप्यूटर के उपयोगकर्ताओं को संदेश भेजने के लिए किया जाता है। इस प्रोटोकॉल में यहाँ यह सुविधा होती है कि एक ही e-mail को कई जगहों पर भेजा जा सकता है। इसके अलावा इसमें सन्देश, voice, video and graphics के format में भी भेजे जा सकते हैं।

इस प्रोटोकॉल का मुख्य उद्देश्य सर्वर के साथ संचार नियम स्थापित करना होता है। उनके पास गलत email addresses जैसी त्रुटियों को संभालने का एक तरीका भी है। उदाहरण के लिए, यदि email addresses गलत है, तो सर्वर एक error message देता है।

Domain Name System (DNS)

DNS एक नेटवर्क प्रोटोकॉल है जो डोमेन नाम (जैसे www.technicaljankari.in) को IP addresses में ट्रांसलेट करता है। यह एक distributed database के रूप में कार्य करता है जो human-readable डोमेन नामों को उनके संबंधित आईपी पतों पर मैप करता है। DNS डोमेन नाम का उपयोग करके यूजर को वेबसाइटों तक पहुँचने में सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Dynamic Host Configuration Protocol (DHCP)

DHCP एक नेटवर्क प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग किसी नेटवर्क पर उपकरणों को स्वचालित रूप से IP addresses निर्दिष्ट करने के लिए किया जाता है। यह IP addresses, subnet masks और अन्य नेटवर्क पैरामीटर्स को डिवाइसेस से कनेक्शन को गतिशील रूप से आवंटित करके नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन को सरल करता है।

Secure Shell (SSH)

SSH एक cryptographic नेटवर्क प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग secure remote access और secure file transfer के लिए किया जाता है। यह एक असुरक्षित नेटवर्क पर remote devices तक पहुँचने और manage करने के लिए एक सुरक्षित चैनल प्रदान करता है। SSH क्लाइंट और सर्वर के बीच आदान-प्रदान किए गए डेटा को encrypts करता है। जिससे की उस डाटा का गोपनीयता और अखंडता बजाय रहता है।

Internet Control Message Protocol (ICMP)

ICMP एक इंटरनेट-लेयर प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग नेटवर्क diagnostics और error रिपोर्टिंग के लिए किया जाता है। यह नेटवर्क उपकरणों को एक दूसरे को नियंत्रण संदेश भेजने की अनुमति देता है, जैसे कनेक्टिविटी की जांच के लिए ping अनुरोध या नेटवर्क समस्याओं की रिपोर्ट करने के लिए त्रुटि संदेश प्रदान करता है।

Telnet

Telnet को एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम में remote access के लिए डिज़ाइन किया गया है। उपयोगकर्ता के अनुकूल यूजर इंटरफेस के साथ कई टेलनेट क्लाइंट हैं। Telnet को Terminal Network के नाम से भी जाना जाता है।

इसे भी पढ़ें

आपने क्या सीखा

ये नेटवर्क प्रोटोकॉल के कुछ उदाहरण हैं जो कंप्यूटर नेटवर्क में विभिन्न उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं। प्रत्येक प्रोटोकॉल के अपने विशिष्ट कार्य और विशेषताएं होती हैं, जो पूरे नेटवर्क में निर्बाध संचार और डेटा के कुशल हस्तांतरण में योगदान करती हैं।

Network protocols आधुनिक संचार की रीढ़ की हड्डी के रूप में काम करते हैं। ये उपकरणों को कनेक्ट करने, डेटा का आदान-प्रदान करने और विशाल नेटवर्क में सहयोग करने में सक्षम बनाते हैं। वे उन नियमों और परंपराओं को परिभाषित करते हैं जो डेटा ट्रांसमिशन को नियंत्रित करते हैं, विश्वसनीयता, दक्षता और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।

आजके इस पोस्ट में आपको हमने Network Protocol kya hai (What is protocol in Hindi) और इसके प्रकार ( types of protocol in hindi) के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की हे। इसे पढ़ने के बाद आपको Protocol in hindi के बारेमे समझ आ गए होगी और इंटरनेट पर डाटा कम्युनिकेशन के लिए प्रोटोकॉल कितना जरूरी है इसके बारेमे पता चल गया होगा।

अगर आपको इस लेख में कही पे भी डाउट हे तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हे या किसि चीज़ की सुधार की जरुरत हे तो आप बता सकते है। ताकि हम आप सभी के लिए बेहतर कंटेंट बना सके।

अगर आपको यह लेख पसंद आया तो आप इसमें जरूर कमेंट करके बताइये और ज्यादा से ज्यादा लोगो को शेयर करे। ताकि ऐसे इनफार्मेशन सभी के पास पहुंच सके। इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यबाद।

Supercomputer in Hindi Previous post Top 5 Supercomputer in Hindi – सुपर कंप्यूटर क्या है
Operating system in hindi Next post Operating System in Hindi | ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? परिभाषा, प्रकार, विशेषताएं, कार्य

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *