हेलो दोस्तों, आजके इस लेख में हम जानेगे कंप्यूटर के प्रकार (Types of computer in hindi) के बारे में। आप सभी को computer fundamental के बारे में तो पता ही होगा। मूल रूप से, एक कंप्यूटर एक साथ बहुत सारे hardware और software से बना होता है।
हर कंप्यूटर की अलग अलग capabilities और features होती है। इसलिए कंप्यूटर को उसके आकार, उद्देश्य और कार्य के अनुसार विभाजित किया गया है। कोई कोई कंप्यूटर अधिक powerful होते है और कुछ धीमी गति के होते है।
तकनीकी रूप से, एक कंप्यूटर एक programmable electronic machine है। जिसमें user अपना जानकारी दर्ज करता है। इसके बाद कंप्यूटर उसी डेटा को प्रोसेस करके अपना result तैयार करता है, फिर वह उस रिजल्ट को एक output device के जरिए देखता है।
पहले के दिनों में कंप्यूटर का आकार बहुत बड़ा हुआ करता था और काम भी धीमा होता था। लेकिन जैसे-जैसे नई technology आती गई, कंप्यूटर का आकार भी छोटा होने लगा और काम करने की गति भी बढ़ने लगी।
तो बिना देरी किये जानते हे कंप्यूटर के प्रकार (Types of computer in hindi) के बारे में।
कंप्यूटर के प्रकार (Types of computer in hindi)
कंप्यूटर को मुख्य रूप से उसके Size, Purpose और Work के आधार पर 3 प्रकारों में विभाजित किया गया है।
Types of computer on basic of Size
जब से कंप्यूटर का developed हुआ है तभी से इसके साइज में बदलाब होता रहता है। आजभी किसी किसी कंप्यूटर का size बड़ा हे और कुछ का छोटा है। तो चलिए जानते हे की size के अनुशार कंप्यूटर के प्रकार केसा है।
Super Computer
एक Supercomputer आकार में अन्य कंप्यूटरों की तुलना में सबसे बड़ा होता है। यह डेटा को बहुत तेजी से process करता है, उस बजह से ये कंप्यूटर expensive होता हे। सुपर कंप्यूटर thousands of processors से बने होते हैं और सभी आपस में interconnected होते हैं। वे Parallel processing तकनीक में काम करते हैं। इसकी storage capacity भी बहुत अधिक होती है।
Supercomputers एक सेकंड में trillions डेटा को प्रोसेस कर सकता हैं और परिणाम दिखा सकता हैं। इसकी गति FLOPS (floating-point operations foot-second) में measured किया जाता है। सुपरकंप्यूटर में जटिल से जटिल ऑपरेशन को चंद सेकंड में हल कर दिया गया है। इसलिए इसकी कीमत बहुत ज्यादा है और इसे हर जगह इस्तेमाल करना संभव नहीं है।
इसके काम करने की गति तेज होने के कारण इसका उपयोग weather forecasting, molecular research, climate research, scientific research and nuclear research center जैसी जगहों पर किया जाता है। इसके अलावा बड़े बड़े universities, military companies and research laboratories में इसका इस्तेमाल होता है।
सुपर कंप्यूटर का आविष्कार 1960 के दशक में हुआ था। पहला सुपरकंप्यूटर 6000 series 1964 में CDC (Control Data Corporation) द्वारा पेश किया गया था। भारत का पहला सुपरकंप्यूटर PARAM 8000 1 जुलाई 1991 को विकसित किया गया था। इसे C-DAC (Center for Development of Advanced Computing) द्वारा लॉन्च किया गया था।
Super Computer के उदाहरण: IBM Roadrunner, Titan, IBM Sequoia, Jaguar, Intel ASCI, आदि।
Mainframe Computer
Mainframe कंप्यूटर का आकार बड़ा और शक्तिशाली होता है, जिसके कारण यह एक साथ बहुत सारे डेटा को प्रोसेस करने की क्षमता रखता है। यह कंप्यूटर आमतौर पर multi-programming, multi-user और high-performance वाला होता है। इसलिए Mainframe computer को एक साथ 1000 से ज्यादा users access कर सकते हैं।
मेनफ्रेम कंप्यूटर की storage capacity बहुत अधिक होती है। इसके अलावा इसकी डेटा प्रोसेस करने की क्षमता भी अधिक होती है। यह कंप्यूटर में डेटा को प्रोसेस करते समय अधिक heat उत्पन्न करता है, जिसके कारण इसे एयर कंडीशन रूम में रखा जाता है।
उपयोगकर्ता mainframe कंप्यूटर को केवल एक terminal के माध्यम से एक्सेस कर सकता है, जो एक dumb terminal, intelligent terminal or PC हो सकता है। इस टर्मिनल में storage capacity नहीं होती है, इसलिए यह मेनफ्रेम कंप्यूटर पर निर्भर करता है।
Mainframe कंप्यूटर का उपयोग बड़े संगठनों या सरकारी विभागों में व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। साथ ही, इसका उपयोग कई ऑनलाइन परीक्षाओं, बैंकों, ऑनलाइन टिकट बुकिंग, वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्रों, ऑनलाइन भुगतान प्रणाली आदि में किया जाता है।
Mainframe computer के उदाहरण: IBM ES000 सीरीज, CDC 6600, आदि।
Mini Computer
मिनी कंप्यूटर मेनफ्रेम कंप्यूटर से छोटा होता हे, लेकिन Micro Computer से बड़ा होता है। इसकी भंडारण क्षमता एक माइक्रो कम्प्यूटर से भी अधिक होती है। यह कई अलग-अलग size में आता है।
एक mini computer डिजिटल और multi-user computing system है। इसे एक साथ 200 users इस्तेमाल कर सकते हैं। इस कंप्यूटर में एक से अधिक CPU का उपयोग करके डाटा प्रोसेसिंग के कार्य को तेज किया जाता है।
मिनीकंप्यूटर का उपयोग बड़े industries and research centers में real-time applications जैसे account maintenance, data management, आदि में किया जाता है।
Mini computer के उदाहरण: IBM 8000 series, PDP-11, आदि।
Micro Computer
Microcomputer एक ऐसा कंप्यूटर है जो आकार में छोटा, कम खर्चे और बेहतर प्रदर्शन वाला होता है। इस कंप्यूटर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे एक ही यूजर इस्तेमाल कर सकता है। इसलिए microcomputer को personal कंप्यूटर भी कहा जाता है।
यह कंप्यूटर central processing unit, storage unit, input device, output device आदि से मिलकर बना होता है। आकार में छोटा होने के कारण इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। एक microcomputer एक stand-alone मशीन है। कई microcomputers एक नेटवर्क बनाने के लिए संयुक्त होते हैं ताकि एक साथ कई उपयोगकर्ता इसका उपयोग कर सकें।
आज के समय में माइक्रो कंप्यूटर का उपयोग करना बहुत आसान है और इसी वजह से हर घर में एक Personal Computer होता है।
Microcomputer के उदाहरण: Desktop, laptop, smartphone, tablet आदि।
Types of computer on basic of Purpose
Purpose के आधार पर कम्प्यूटरों के 2 प्रकारों में बांटा गया है।
General Purpose Computers
आज के समय में घर, ऑफिस और स्कूल में जितने भी कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है, उन्हें general-purpose computers कहा जाता है। क्युकी ये सभी कंप्यूटर सामान्य कार्य करने के लिए बनाए गए हैं । जैसे typing, watching videos, managing records, accounting, data स्टोर करना आदि । अब आप जो लेख पढ़ रहे हैं वह भी एक सामान्य उद्देश्य वाला कंप्यूटर है।
इस प्रकार के कंप्यूटर का आकार, भंडारण क्षमता और लागत न्यूनतम होती है। इसमें calculators, laptops, desktops and mobile phones शामिल हैं।
Special Purpose Computer
एक कंप्यूटर जो एक special कार्य को करने के लिए बनाया जाता है, एक special purpose computer कहलाता है। यह एक ही कार्य को बार-बार करता है, इसलिए कम्प्यूटर बनाते समय इसकी गति अधिक रखी जाती है।
यह कंप्यूटर अधिक powerful कार्य करने के उद्देस से इसके अंदर processing units and instruction controllers इनस्टॉल किया जाते हैं।
Special purpose computer के उदाहरण: ATM machine, petrol pump machine, washing machine, traffic controller आदि।
Types of computer on basic of work
कार्य के आधार पर कंप्यूटर को 3 प्रकारों में विभाजित किया गया है।
Analog Computer
इस कंप्यूटर के माध्यम से continuously variable data को मापा जाता है, इसलिए इसे analog computer कहा जाता है। इसमें डेटा हर समय अलग-अलग दिखाता है, इसलिए इसे एक continuous variable भी कहा जाता है। जैसे कार, बाइक और कई अन्य वाहनों में speedometer का उपयोग किया जाता है।
उदहारण में देखा जाये तो. temperature मापने के लिए Thermometer का उपयोग किया जाता है। किसी वस्तु का वजन नापने के लिए Weighing machines का उपयोग किया जाता है।
Analog computers के उदाहरण: Speedometer, Operational amplifier, Electric integrators, Weight measuring machine आदि।
Digital Computer
एक digital computer वह है जो Binary डेटा 0 और 1 को इनपुट के रूप में लेता है। इसके बाद यह उस डाटा को memory में स्टोर कर लेता है और result को output में दिखाता है। इनमें से अधिकांश कंप्यूटर arithmetic operations करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
Digital computer का उपयोग numerical and non-numerical data को process करने के लिए किया जाता है। आज की दुनिया में इनमें से अधिकतर कंप्यूटर बाजार में उपलब्ध हैं। इस कंप्यूटर का सबसे अच्छा उदाहरण बाजार में रोजाना इस्तेमाल होने वाला calculator है।
Result की बात करें तो digital computer का आउटपुट रिजल्ट analog computer की तुलना में अधिक सटीक होता है। डिजिटल कंप्यूटर के उदाहरण: Calculator, Accounting machine, Automatic teller machine, Digital clock आदि।
Hybrid Computer
वह कंप्यूटर जो analog computer और digital computer की अच्छी features को लेकर बनाया हुआ होता है, उसे hybrid computer कहते है। इसमें एनालॉग कंप्यूटर की speed और डिजिटल कंप्यूटर की accuracy को मिलाकर जटिल कार्यों को हल किया जाता है।
यह कंप्यूटर अन्य कंप्यूटरों की तुलना में अधिक महंगा आता है। लेकिन यह मुश्किल काम को कम समय में solves कर देता है। यही इसकी विशेषता है। इस कंप्यूटर का सबसे अच्छा उदाहरण petrol pump है, जो fuel को मापता है और कीमत के अनुसार ग्राहक को दिखता है। यह कार्य मनुष्य के लिए करना बहुत कठिन है।
ये कंप्यूटर मूल रूप से aeroplanes, hospitals, petrol pumps and many scientific laboratories में उपयोग किए जाते हैं।
आपने क्या सीखा
इस लेख के माध्यम से हमने आपको कंप्यूटर के प्रकार (Types of computer in hindi) और उसकी विशेषता के बारे में बहुत अच्छे से बताया है। मुझे आशा है कि आप सभी को यह बात समझ में आ गई होगी। यदि आपको इस विषय में कोई संदेह है तो आप हमें comment करके बता सकते हैं। हम आपकी शंका का समाधान करने की पूरी कोशिश करेंगे।
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इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद