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क्या आप कंप्यूटर की पीढ़ी (Generation of computer in hindi) के बारे में जानते है। उनकी विशेषताएँ के बारे में जानते है। अगर नहीं जानते हे या अपना knowledge बढ़ाने के लिए यहाँपर आये है तो आप सही जगह पर है। इस पोस्ट में आप ढूंडरहे सभी चीज़ अति simple language में बिस्तार से explain किया गया है।

अगर आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ लेते हे तो आपके मन में Generation of computer in hindi के संभंधित होने बाले doubt, definitely clear हो जायेगे। तो बिना देरी किये जानते हे की कंप्यूटर की कितनी पीढ़ीया आजतक है और उनकी विशेषताएँ (characteristics) क्या क्या है।

Generation of computer in hindi -कंप्यूटर की पीढ़ी

कंप्यूटर का विकास मानव इतिहास में सबसे आकर्षक तकनीकी प्रगति में से एक रहा है। पहेलेके electronic computers से लेकर आज के modern computers तक, कंप्यूटर एक लंबा सफर तय कर चुके हैं।

आज कंप्यूटर technology बहुत आगे बढ़ चुकी है। पहले के समय में यह एक room के बराबर होता था। लेकिन आज यह बहुत small and powerful हो गया है। आजके समय में ऐसा कोई काम नहीं होगा जहाँ पर use of computer ना होता हो।

इन बदलावों को देखते हुए इसे अलग-अलग generations में बांट दिया गया ताकि इसे ठीक से समझा जा सके।

प्रथम पीढ़ी (First Generation of Computer in Hindi) 1940-1956

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी 1940 और 1956 के दशक में विकसित हुई थी। ये कंप्यूटर बड़े और महंगे थे, और उनकी processing power सीमित थी।

प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटरों (First Generation of Computer) में Vacuum tubes का इस्तेमाल किया जाता था। ये कंप्यूटर आकार में बहुत बड़े होने के कारण पूरी तरीके से एक room की जगह घेर लेता था। अपने बड़े आकार के कारण, इसमें से पैदा होने बाले heat अधिक मैत्रा में होता था।

ये मशीन डाटा स्टोर करने के लिए magnetic tape यूनिट और buffer memory का इस्तेमाल करने वाला first computer हुआ करता था।

First electronic computer, जिसे Electronic Numerical Integrator and Computer (ENIAC) कहा जाता था, वो 1945 में विकसित किया गया था। यह 17,000 से अधिक vacuum tubes का उपयोग करके simple arithmetic operations कर पाता था। इस पीढ़ी के अन्य उल्लेखनीय कंप्यूटरों में UNIVAC l और IBM 701 शामिल हैं।

प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटरों के उदाहरण- ENIAC, UNIVAC, IBM 650, आदि।

द्वितीय पीढ़ी (Second Generation of Computer in Hindi) 1956-1963

कंप्यूटर की second generation को 1956 और 1963 के दशक के अंत के बिच विकसित किया गया था। इन कंप्यूटरों को vacuum tubes के बजाय transistors का उपयोग किया गया था। इस बजह से second generation के कंप्यूटर छोटे, तेज़ और अधिक विश्वसनीय हो गए।

ये कंप्यूटर भंडारण के लिए magnetic core memory का इस्तेमाल किया जाता था। पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों की तुलना में अधिक complex operations कर सकता था। इसमें FORTRAN, ALGOL और COBOL जैसी high level languages का इस्तेमाल किया गया था।

Transistors आकार में vacuum tubes से छोटे होते हैं और इनमें higher processing speed होती है। इसमें कोई फिलामेंट नहीं होता है, इसलिए यह ज्यादा heat नहीं हुआ करता था। इसकी manufacturing cost पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों की तुलना में कम थी।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का उदाहरण: IBM 1400 & 7000 series, CDC 3600, UNIVAC 1108, आदि।

तीसरी पीढ़ी (Third Generation of Computer in Hindi) 1964-1971

कंप्यूटर की third generation का विकास 1964 और 1971 के दशक में हुआ था। एक ICs कई registers, transistors और capacitors से बना हुआ होता है। इन कंप्यूटरों में अलग-अलग transistors के इस्तेमाल किये बजाय integrated circuits (ICs) के उपयोग किया गया था।

IC का उपयोग करने के पीछे 3 महत्वापूर्ण कारण होता था। जोकि की greater miniaturization, higher processing speeds, and more reliable performance होता था।

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर magnetic disk storage का उपयोग करते थे और एक साथ कई प्रोग्राम चलाने में सक्षम थे। उन्होंने time-sharing की concept भी introduced किया था। इसमें एक ही समय में कई उपयोगकर्ताओं को एक कंप्यूटर सिस्टम तक पहुंचने की अनुमति देती थी।

Punch cards के बजाय keyboard, monitor और operating system का इस्तेमाल तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में इनफार्मेशन entery के लिए किया गया था।

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण: IBM 360, IBM 370, the DEC PDP-8,  Honeywell 200 आदि।

चौथी पीढ़ी (Fourth Generation of Computer in Hindi) 1971-1985

कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी का विकास 1970 से 1980 के दशक में हुआ था। चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर की विशेषता यह हे की इसमें microprocessor का प्रयोग किया गया था। जो कि अधिक से अधिक लघुकरण और प्रसंस्करण शक्ति की अनुमति देता था।

Microprocessor आईसी की तुलना में एक हजार गुना अधिक शक्तिशाली होता है। इसलिए इसका आकार छोटा होता है। LSI (Large Scale Integration) और VLSI (Very Large-Scale Integration) technologies का उपयोग चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों में किया गया था।

इस पीढ़ी के कंप्यूटर जटिल सॉफ्टवेयर प्रोग्राम चलाने में सक्षम थे और विशेष रूप से कंप्यूटर की यह पीढ़ी Graphical user interface (GUI) का सुप्प्पोर्ट करने वाली पहली पीढ़ी थी, जो उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस है जो उपयोगकर्ता को menus और icons के माध्यम से कंप्यूटर के साथ इंटरैक्ट करने की अनुमति देता है।

उसी द्वारंन personal computer की अवधारणा भी पेश की, जिसने लोगों को अपने घरों और कार्यालयों में कंप्यूटर रखने और उनका उपयोग करने की अनुमति दी।

ये कंप्यूटर का उपयोग नेटवर्क बनाने के लिए किया गया जिससे इंटरनेट का उदय हुआ। इस पीढ़ी में, MS-DOS, UNIX, जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम और object-oriented languages जैसे C, और C++ भी विकसित किए गए थे।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण: Intel की 404 चिप पहला माइक्रोप्रोसेसर था। IBM ने 1984 में घर में इस्तेमाल होने वाला पहला कंप्यूटर बनाया था। Apple II, IBM PC और Commodore 64।

पांचवीं पीढ़ी (Fifth Generation of Computer in Hindi) 1985-1990

कंप्यूटर की fifth generation का विकास 1985 और 1990 के दशक में हुआ था। इन कंप्यूटरों में artificial intelligence (AI) और natural language processing (NLP) technologies के उपयोग की विशेषता थी।

पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर human thinking और reasoning processes की नकल करने के लिए डिजाइन किए गए थे। वे अपने अनुभवों से सीखने और उस ज्ञान के आधार पर निर्णय लेने में सक्षम थे। हालाँकि, ये कंप्यूटर व्यावसायिक रूप से सफल नहीं थे और बाजार पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं डाल पाए।

छठीपीढ़ी (Sixth Generation Computer in Hindi) 1990-Present

कंप्यूटर की sixth generation वर्तमान में विकसित की जा रही है। इसमें quantum computing and nanotechnology जैसी advanced technologies के उपयोग की विशेषता है।

Quantum computers सूचना को संसाधित करने के लिए quantum mechanic का उपयोग करते हैं और गणना करने में सक्षम होते हैं। जो classical कंप्यूटरों के लिए असंभव हैं। Nanotechnology में परमाणु और आणविक पैमाने पर पदार्थ का हेरफेर शामिल है। इसका उपयोग ultra-small and powerful computer कंप्यूटर components को बनाने के लिए किया जा रहा है।

छठी पीढ़ी के कंप्यूटर का विकास अभी भी अपने प्रारंभिक चरण में है।

FAQ

कंप्यूटर में कितनी पीढियां होती है?

आज के समय के अनुसार कंप्यूटर के 6 पीढ़ी है।
·        प्रथम पीढ़ी (First Generation of Computers) 1940-1956
·        द्वितीय पीढ़ी (Second Generation of Computer) 1956-1963
·        तीसरी पीढ़ी (Third Generation of Computers) 1964-1971
·        चौथी पीढ़ी (Fourth Generation of Computers) 1971-1985
·        पांचवीं पीढ़ी (Fifth Generation of Computers) 1985-1990
·        छठी पीढ़ी (Sixth Generation Computers) 1990-Present

कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था?

कंप्यूटर का आविष्कार 1822 में हुआ था। पहला कंप्यूटर “Differential Engine” को Charles Babbage नें आविष्कार किया था।

आपने क्या सीखा

इस पोस्ट Generation of computer in Hindi में आपने जाना की कंप्यूटर की पहला पीढ़ी से लेके छटवी पीढ़ी तक के कंप्यूटर की महत्वपूर्ण जानकारी। इसके अलाबा जैसे जैसे generation of computer बढ़ता जा रहा हे, वैसे वैसे कंप्यूटर में नया technology ऐड होता जा रहा हे और नए नए processor का आबिस्कार हो रहा है। साथ साथ कंप्यूटर की पीढ़ियों की विशेषताए भी बताई गई है।

यदि generation of computer in hindi से जुड़े कोई भी सवाल आपके मन में आ रहे है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताइये। हम आपके प्रश्नों के उत्तर जरूर देंगे। अगर आपको ये पोस्ट अच्छा लगा तो इससे अपने दोस्तों और फॅमिली मेंबर के साथ जरूर शेयर करें। ताकि ऐसी जानकारी सभीके पास पंहुच सके।

इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यबाद

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